यहां हर वर्ष नवमी के दिन महा आरती का आयोजन किया जाता है नवरात्रि के समय में नवरात्र पर्व पर माता के मंदिर में भक्तों का भारी मात्रा में तांता लगा रहता है। श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं नवरात्रि के समय में हर रोज माता के मंदिर में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए व अपनी मन्नत पूरी होने के लिए पहुंचते रहते हैं। यहां पर नवमी के दिन भारी मात्रा में भीड़ रहती है इसी वजह से नवरात्री के दिनों में मन्दिर में भक्तों चहल – पहल लगी रहती हैं। नवरात्रि कि हर दिन श्रद्धालु 4:00 बजे से मंदिर में पहुंच जाते हैं, सुबह 4:00 बजे ओम नमः शिवाय के मंत्रों के जाप के साथ पूरे गांव में प्रभात फेरी निकाली जाती है, उसके बाद 5 बजे मंदिर में आरती उतारी जाती है आरती में बड़ी मात्रा में भीड़ होती है आसपास के गांव के सभी लोग आरती में आते हैं।







महानवमी के दिन मंदिर में विशेष पूजन विधि के साथ महा आरती का आयोजन – इस दिन पूरे मन्दिर दीपो से सजाया जाता है साथ ही लाइट भी लगाई जाती है इस सजावट के कारण मंदिर का भव्य रूप देखने लायक होता है। इस दिन सुबह – सुबह के समय महिलाएं आरती का थाल सजाकर वह पूजन का थाल लेकर मंदिर में पहुंचती है। हर वर्ष नवरात्रि के नवमी में मंदिर में महाआरती का आयोजन किया जाता है तथा विशेष हवन पूजन विधि भी की जाती है और साथ ही मातारानी का आलौकिक श्रृंगार किया जाता हैं तथा 56 भोग लगाया जाता हैं। इन सबके साथ मंदिर में आरती के बाद भजन कीर्तन भी होता है जिसका सभी भक्त आनंद लेते हैं और इस महाआरती में आसपास के गांव से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं । सभी की मनोकामना पूर्ण होती हैं।
माता के दरबार में चुनरी यात्रा –